मेरे दर्द की दवा
दुनिया मे कितना गम हैं। मेरा गम कितना कम हैं। एक खूबसूरत गाना आपनके सुना होगा। मेरे लिए ये गाना एक सुविचार हैं।1997 में दिमाग की बीमारी के कारण में बहोत परेशान हुआ। मुजे जो स्वास्थ्य समस्या थी उसमें शिरदर्द होता था। एक बार दर्द होने के बाद एक दो दिन में कुछ न कर पाता था। उस वख्त भी में हंसता रहता था। मुजे दर्द के बाद हंसता देखकर मुजे देखने वाले रोते थे। मेरे भाई का डर, मेरी बहन की आस्था और मा बाप की सेवा ने मुजे फिरसर खड़ा किया। 1999 के बाद मुजे सीधी कोई समस्या न रही मगर दर्द रहता।पेन किलर,व्यसन ओर नशे के कारण दर्द महसूस न होता था। जब नशा उतरता दवाई की असर खत्म होती में फीर से दर्द के सामने खड़ा रहता। मेरे एक दोस्त ने मुजे उसमें से निकालने के लिए मुजे सहकार दिया। व्यसन ओर पेन किलर के कारण 1 साल पहले मुजे किडनी की समस्या से जूझना पड़ा। 1997 से बहोत सारे लोग मेरे साथ हैं। कुछ जुड़े हैं और रहे हैं। कुछ जुड़े ओर अपनी व्यक्तिगत सोच के कारण मुझसे दूर भी हुए। और भी लोग जुड़ेंगे। मेरे घर के परिवार के सदस्य जिन्होंने मुजे होंसला दिया। मेरे बड़े भाई का इतना डर की जब मेरी याददा