अल्फाज नहीं:विचार


कुछ दोस्त ऐसे होते हैं।
कुछ दोस्त अलग ही होते हैं।
कुछ दोस्त खास होते हैं।पिछले चार दिनों से कुछ ऐसे दोस्तोंके साथ था जिनके साथ 10 साल से अधिक समय से काम कर रहा हूँ।साथ साथ काम करए हैं।मगर ये सिर्फ दोस्त नहीं मुजे नजदीक से पहचान ने वाले हैं, जो मुजे कभी थकने नहीं देते हैं। जब भी में थकता हु मुजसे मिलकर मुजे सहकार देते हैं। साथ देते हैं।
में कुछ लोगो से इसी लिए रिस्ते रखता हूं कि मुजे उनकीं जरूरत हैं।वो ऐसे खास होते हैं जो अपने अल्फाज से इलाज करते हैं।वो अल्फाज से इलाजी हैं।ऐसे कुछ मेरे दोस्त जिनके सहकार से जिनके सहयोग से आज में जो हु ओर जो बनुगा मेरे दोस्त और मेरी सरकार पर निर्भर हैं की मेरा भविष्य क्या होगा।में सिर्फ शिक्षा से जुड़े काम के अलावा कुछ और करना चाहता हूं।मेरे दोस्त और मेरी सरकार मुजे शिक्षा में ऐसा काम करने का मौका देती हैं। जो पसंद हैं। अब नया काम करना चाहूंगा।
मेरे ऐसे सभी दोस्त जो मेरे दुख में मेरे हिस्सेदार हैं,रहे है और रहेंगे उन सब के लिए आज का पोस्टर।
जिस में मेरे अल्फाज नहीं,मेरे विचार हैं।

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી