Posts

Showing posts from January, 2019

मोगली की सच्ची कहानी...

Image
 इन दिनों भारत मे नेटफ्लिक्स पर हिंदी रिलीज होने वाली फिल्म 'मोगली लेजेंड ऑफ द जंगल' की चर्चा जोरों पर है। हर कोई इसी बारे में बात करता नजर आ रहा है, सोशल मीडिया पर भी इस फ़िल्म की काफी हाइप बनी हुई है। और लोगों की उत्सुकता मोगली के बारे में जानने की काफी बढ़ चुकी है। और दोस्तो आज हम आपको बताएंगे कि असल में मोगली कौन था और कैसा दिखता था। ये 1872 की बात है, कुछ शिकारी जंगल में शिकार करने गए हुए थे। वहां उन शिकारियों को भेड़ियों के एक झुंड के बीच इंसान जैसी एक आकृति दिखी। तो उन शिकारियों ने उन भेड़ियों की झुंड का पीछा किया और उनके गुफा में आग लगा दी और भेड़ियों को मार दिया और उस बच्चों को पकड़ लिया। इसके बाद वो शिकारी उस बच्चे को एक अनाथालय ले गए, उस बच्चे का नाम दीना था। लेकिन वहां के लोगों ने उस बच्चे का नाम शनिचर रखा। उन्होंने उस बच्चे को इंसानो जैसी भासा सिखाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नही बोल पाया। और अगर कोई उससे बात करता तो वो हमेशा जानवरों जैसी ही आवाज़े निकालता था। ऐसा भी कहा जाता था कि वो बच्चा कई कार्यो में अविश्वसनीय ढंग से बल दिखता था। वो बच्चा

बॉलीवुड के सक्सेस 8 मेकअप..

Image
सिनेमा जगत में मेकअप का हमेशा से ही एक अहम रोल रहा है। पहले के जमाने में किसी जवान एक्टर को बूढ़े के किरदार में दिखाने के लिए उसकी दाढ़ी मूंछों और बालों पर सफेदी लगा दी जाती थी। लेकिन समय के साथ सिनेमा में भी बदलवा आने लगे। जिसके बाद पर्दे पर दिखाए जाने वाले किरदार और सीन पहले से ज्यादा वास्तविक लगने लगे। आज भारतीय सिनेमा भी काफी तरक्की कर चुका है। आज फिल्मों में बूढ़े स्टार्स को जवान और जवान स्टार्स को बूढ़े के किरदार में कुछ ऐसे तैयार किया जाता है, की कोई उन्हें पहचान भी नहीं पाता है। मेकअप आर्टिस्ट घंटों मेहनत करके इन स्टार्स के किरदारों को वास्तविकता बनाने की कोशिश करते है। पहले मेकअप करना और फिर मेकअप उतारना इसके लिए काफी मेहनत लगती है। लेकिन बॉलीवुड में कई बार ऐसा हुआ है जब इन स्टार्स के मेकअप को देखकर पहली नजर में हर कोई धोखा खा गया। आज के पैकेज में जानिए वो 8 मौके, जब मेकअप आर्टिस्ट ने बॉलीवुड स्टार्स पर किया ऐसा जादू कि सभी देखते रह गए। राजकुमार राव राजकुमार राव न्यूटन और स्त्री जैसी फिल्मों से बॉलीवुड को अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके है। राजकुमार ने फिल्म

बच्चो में आंखों का कैंसर...

Image
अमेरिका में एक मां ने नया मोबाइल खरीदा जिससे उसने अपने बच्चे की फोटो खींची तो उसके सामने एेसा भयानक सच सामने आया कि वो हैरान रह गई । मामला टेक्सास का है जहां रहने वाली टीना ट्रेडवेल ने ... न्यूयार्कः अमेरिका में एक मां ने नया मोबाइल खरीदा जिससे उसने अपने बच्चे की फोटो खींची तो उसके सामने एेसा भयानक सच सामने आया कि वो हैरान रह गई । मामला टेक्सास का है जहां रहने वाली टीना ट्रेडवेल ने एक नया मोबाइल खरीदा था जिससे वो अपने बेटे की फोटो खींच रही थी। टीना ने कई फोटो अपनी बहन को दिखाए, जिसमें उसकी दाहिनी आंख जानवरों की तरह चमक रही थी। टीना को लगा कि ये मोबाइल के फ्लैश की वजह से हो रहा है, लेकिन उसे अनजाना डर सता रहा था। इसके बाद उसने एक डॉक्टर से इस बारे में बात की। जल्द ही उसकी आंख चमकने का खौफनाक कारण सामने आ गया। टीना जब बच्चे को डॉक्टर के पास ले गई तो उसका शक सही निकला। बच्चे की आंख फ्लैश की वजह से नहीं चमक रही थी, बल्कि उसे कैंसर था। डॉक्टर ने बताया कि उसे आंख का कैंसर है, जो छोटे बच्चों को होता है और बेहद रेयर होता है। डॉक्टर्स ने कहा कि अच्छा हुआ कि बच्चे की मां ने फोटो के

मिस थाईलैंड: सफाई कामदार की बेटी

Image
मा सदैव मा होती हैं। आप जो तस्वीर देख रहे हैं, वो थाईलैंड की हैं। बात हैं वर्ष 2015 की। वहाँ मिस थाईलैंड की प्रतियोगिता थी। विजेता गोशित किये गए। जिस लड़की को मिस थाईलैंड का खिताब मिला वो साधारण परिवार से तालुक रखती हैं। उसकी माँ ने उसे पालपोसकर बड़ा किया हैं। उस के पापा नहीं हैं, उसकी मम्मी सफाई कामदार के तौर पे कूड़ा उठानेका काम करती हैं। अपनी ट्रॉफी ओर स्कार्फ लेके जब मिस थाईलैंड आपीने घर को निकली तब उसके पीछे स्थानीय मीडिया का जमावड़ा था। घर जाने से पहले रास्ते में उसने एक औरत के पैरों में अपनी ट्रॉफी रखकर उनका चरण स्पर्श किया, ये औरत उसकी माँ थी। अपनी पहचान बनाने के लिए जिस ने उन्हें पाला उनके आगे नतमस्तक होना एक आदर्श विचार और व्यक्तित्व की पहचान हैं। आप के पास भी ऐसे फोटो हैं, तो कृपया हम तक पहुंचाए। सरकुम: मां... सिर्फ शब्द काफी हैं। बा... सिर्फ विचार काफी हैं।

ऐसे विचार...कभी नहीं...

Image
कुछ ऐसा जो सिर्फ सुनना हैं। कुछ सवाल ओर कुछ निर्णय हमे सुनने होते हैं। कुछ को समज सकते हैं, मगर कुछ को समजना शायद संभव न हो। जब किसी से अपेक्षा होती हैं, सीधा मतलब ये होगा की उपेक्षा भी अवश्य होगी। आप की किसी से अपेक्षा हैं तो आप को उपेक्षा भी सहनी होगी। हम आशा रख सकते हैं। उसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए, क्यो की चमत्कार होते ही रहते है। जिस में हमे यकीन करना हैं।  मेरे दोस्त... दोस्त, मित्र के नाम से साथ रहने वाले, जो अपने गिरेबान को नहीं देखते हैं। ऐसे लोगो के साथ क्या करना चाहिए जो अपने आप को अलग मानकर किसी को अलग करनेपे तुले होते हैं। ऐसे लोगो को..... अलग से न्याय देना जरूरी हैं। जब तक उन्हें उनके कर्म की बजह से हम कुछ नहीं कहेंगे, वो चमत्कार करते रहेंगे। ऐसे समय हमें आशा रखनी हैं कि उनके चमत्कारों को हम अच्छे से चमकाए। सरकुम: यह वख्त भी गुजर जाएगा...! मित्रो की सजा का एलान होगा...! तभी गब्बर को खुद होश आएगा...।

2019 की भविष्यवाणियां... नास्त्रेदमस

Image
फ्रांसीसी माइकल दि नास्त्रेदमस ने आने वाले कई सालों के लिए भविष्यवाणियां कर दी थीं. पूरी दुनिया में लोग नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों पर यकीन करते हैं. इसकी वजह ये है कि उनकी भविष्यवाणियां पहले भी सच साबित हो चुकी हैं. नास्त्रेदमस ने 2019 के लिए जो भविष्यवाणियां की हैं, उसमें मानवता के लिए अच्छी खबर नहीं है. कई दूसरे भविष्यवेत्ताओं ने भी 2019 में विनाश के ही संकेत दिए हैं. नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में 2019 में दुनिया खत्म होने के संकेत भी छिपे हैं. नास्त्रेदमस ने तृतीय विश्व युद्ध, पश्चिमी दुनिया के पतन और एस्टरॉयड के बारे में भविष्यवाणियां की हैं. उनकी भविष्यवाणियों के व्याख्याकारों का कहना है कि 2019 में ये भविष्यवाणियां सच साबित हो सकती हैं. आइए जानते हैं 2019 के लिए नास्त्रेदमस ने क्या भविष्यवाणियां की हैं- तृतीय विश्व युद्ध का आगाज- नास्त्रेदमस ने 1555 में अपनी कविताओं में किसी बड़े वैश्विक संघर्ष का इशारा कर दिया था. नास्त्रेदमस ने लिखा था- “In the city of God, there will be a great thunder Two brothers torn apart by Chaos while the fortress endu