Posts

Showing posts from March, 2017

कलाम जी का पथ...

Image
“You have to dream before your dreams can come true.” our former President & eminent scientist APJ Abdul Kalam, also known as the India’s ‘Missile Man’.Kalan died on July 27, 2015 after he was hospitalized in a very critical condition at a private hospital in Shillong. He was a renowned scientist and is considered to be the main brain behind India’s space launch vehicle (SLV) and missile programme. Here are some of Kalam’s inspirational sayings through which he will be remembered forever. 10 step of kalam sir... '' Great dreams of great dreamers are always transcended.” “Man needs his difficulties because they are necessary to enjoy success.” “You see, God helps only people who work hard. That principle is very clear.” “Let us sacrifice our today so that our children can have a better tomorrow.” '' To succeed in your mission, you must have single-minded devotion to your goal.” '' Look at the sky. We are not alone. The whole u

हम और हमारे बच्चे...

Image
हम ये जानते हैं! हम वो भी जानते हैं! क्या हम ये जानते हैं की अच्छे ,अत पिता केसे होने चाहिए?इस के लिए एक नया विचार किसी ने अमली किया हैं! दादा जी के नाम से वो सवाल के जवाब देते हैं!बहोत अच्छी लिंक मुझे मेरे साथी ने भेजी!मेने उसको देखा!मुझे लगा उसे और भी फेलाना चाहिए!आज में आप को शेर कर रहा हौं!आप भी  यहाँ क्लिक करके  देख सकते हैं! आप कोई भी सवाल करो!दादा जी आपको जवाब देंगे!यहाँ आप को एक सेम्पल भी देखने के लिए भेज रहा हूँ! आप भी पढ़े... प्रश्नकर्ता : यहाँ अमरीका में पैसा है, लेकिन संस्कार नहीं हैं और यहाँ आसपास का वातावरण ही ऐसा है, तो इसके लिए क्या करें? दादाश्री :  पहले तो माता-पिता को संस्कारी बनना चाहिए। फिर बच्चे बाहर जाएँगे ही नहीं। माता-पिता ऐसे हों कि उनका प्रेम देखकर बच्चे वहाँ से दूर जाएँ ही नहीं। माता-पिता को ऐसा प्रेममय बनना चाहिए। बच्चों को अगर सुधारना हो तो आप ज़िम्मेदार हो। बच्चों के साथ आप फज़र् से बँधे हुए हो। आपको समझ में नहीं आया? अपने लोगों के बच्चों को बहुत उच्च स्तर के संस्कार देने चाहिए। अमरीका में कईं लोग कहते हैं कि ‘हमारे बच्चे मांसाहार करते है

Bamhum music the new way

Image
समग्र देश से फेस्टिवल ऑफ़ इनोवेशन में ग्रास रूट इनोवेटर्स उपस्थित थे!राष्ट्रपति भवन में उनके लिए विशेष आयोजन किया गया था!यहाँ नागालेंड से एक बम्बू म्यूजिकल ग्रुप आया था!उन्हों ने बम्बू से म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बनाये थे!सृष्टी के लिए हम डोक्युमेंट करते हुए वहां पहुंचे!यहाँ कई सरे लोग उनके प्रोग्राम के वीडियो और संगीत के निर्माण किए गए साधन का अध्ययन कर रहे थे! मेने भी इस संगीत के नए साधन को देखा!मेने उसे बजा ने की इच्छा जाये!मुझे यह संगीत का साधन दिया गया!वो आर्टिस्ट बजा रहे थे!मगर वो उनके लोकल गाने बजा रहे थे!बाम्बू याने बांस!उससे बनाये गाए साधन जो अच्छा बज रहा था!मेने भी उसे बजाय!थोड़ी देर उसका अभ्यास करने के बाद में भी उसे अच्छी तरह से बजा पाया! समग्र भारत से यहाँ लोग आये थे!मुझे कहा गया की कोई ऐसी धून बजावो की जो यहाँ खड़े हर कोई को आती हों! मैंने ‘वन्दे मातरम’बजाया! क्लिक करके आप भी देखिए और सुनिए...  ग्रुप भारत और भारत के बहार जाके कार्यक्रम का आयोजन करता हैं! आप भी उनसे संपर्क करें! संपर्क की जानकारी... Moa Subong Bambu,Haraminica,Guitar Composer ABIOGENESIS THE F

म्यूजिक थेरापी...बच्चो के लिए...

Image
आज कल मेडिकल के खेस्त्र में बहोत साडी जानकारी उपलब्ध हैं!कई तरीके सर्वर में आगे आये हैं! आगे देखने को मिलेंगे!आज कल म्यूजिक की बड़ी चर्चा हैं! कई जगह से निराश होने वाले आज म्यूजिक थेरापी के लिए काम कर रहे हैं! ख़ास कर म्यूजिक थेरैपी से बच्चों की निराशा और व्यवहार संबंधी एवं भावात्मक समस्याओं में कमी लाई जा सकती है. यह जानकारी एक रिसर्च में सामने आई है. इस बात को परखने के लिए रिसर्चर्स ने 251 बच्चों एवं किशोरों को अध्ययन में शामिल किया. इनकी उम्र आठ से 16 वर्ष के बीच थी. इनका संगीत उपचार किया गया. जिन बच्चों को ये थेरैपी दी गई , उनके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि हुई और उनकी उदासी काफी कम हुई. जिनका इलाज बगैर म्यूजिक थेरैपी के किया गया , उनमें इतना अच्छा परिणाम नहीं आया. आपको ये जान के ख़ुशी होगी की ऐ रिसर्च कई जगह पब्लिश हुई हैं!ख़ास कर यह रिसर्च चाइल्ड साइकोलॉजी एंड साइकेट्री में प्रकाशित हुई है! इसमें पाया गया है कि 13 साल से अधिक उम्र के जिन किशोरों को संगीत चिकित्सा दी गई , उनके बातों को रखने के सलीके में काफी सुधार हुआ. खासकर उनकी तुलना में , जिन्हें सामान्य चिकित्सा मुहैया करा

Foin:2017 के फोटोग्राफर....

Image
कोमल!हम दिल्ही में मिले थे!राष्ट्रपति भवन में आयोजित फेस्टिवल ऑफ़ इनोवेशन:2017 में हम साथ साथ थे! मेरी जिम्मेदारी सृष्टी सन्मान प्राप्त करने वाले व्यक्ति विशेष के लिए डोक्युमेंट तैयार करना था!कोमल फेस्टिवल ऑफ़ इनोवेशन की डोक्युमेंटरी कर रही थी! हमारी जिम्मेदारी अलग अलग थी!हमे बच्चो से काम करना था!कोमल को फोटोग्राफ करके डोक्युमेंट तैयार करना था!हमने दोसरे  दिन एक दुसरे से बात की!वो तो बड़ी अच्छी फोटोग्राफर थी!न जाने क्या क्या पढ़ी थी!मगर फोटोग्राफी अच्छी करती थी! भारत में पढाई ख़तम करने के बाद वो इटली जाके भी ज्यादा अभ्यासक्रम पूर्ण करके आई हैं!अपने काम के प्रति,दी गई जिम्मेदारी के प्रति वो हमेशा तैयार रहती हैं! हस्ते हसते अपने काम को आगे ब्धानेका उनका स्किल मेने देखा हैं! जिनका नाम हैं कोमल! Komal Badhe  Product &  Interaction designer अछि तरीके से उन्होंने अपने काम को अंजाम दिया!रास्ते में आने जाने में उन्हों ने कई साडी फोटो निकली!उन्हों ने मुझे भेजी हैं!मेने कहा था 'आप आपके फोटोग्राफ मुझे भेजे!हम इसे हमारे दैनिक पात्र में प्रकाशित करेंगे!उन्हों ने कई सरे

राष्ट्रपति भवन:दिल्ही

Image
डॉ.संजय त्रिवेदी और में राष्ट्रपति भवन के मुख्य होल में! सृष्टि और नॅशनल इनोवेशन फाउंडेशन की और से इस बार भी मुझे राष्ट्रपति भवन के लिए मोका मिला!हर साल की तरह इस साल भी मुझे बच्चो के साथ काम करने का मोका मिलने वाला था! इस बार साथ में सृष्टि सन्मान प्राप्त करने वाले सात व्यक्तिओ के बारे में भी खुछ लिखना था!ये जिम्मेदारी मुझे दी गई थी! हमने उनका इंटरव्यू किया!थोड़ी बातचीत की जिसे यु ट्यूब में अपलोड किया!कई साथियो ने मुझे इस के लिए थैंक्स कहा हैं! यहाँ पे एक एक करके सरे विडिओ शेर किये जायेंगे! आप के सुजाव आवकारी हैं! ऐसे काम से जुड़े कोई और आप के भी विडिओ हो तो मुझे भेजे! इसके बारेमे जान ने के लिए क्लिक करें!  राष्ट्रपति भवन में सन्मान समारोह ...

बच्चों की भाषा में ही...

Image
प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे अपने घर-परिवार में बोली जाने वाली भाषा बोलते हैं।  यह भाषा हिन्दी के स्वीकृत मानक खड़ी बोली से अलग होती है। हमारे प्रदेश में बोली जानेवाली ऐसी भाषाओं में अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुन्देली, कुमाऊँनी, गढ़वाली आदि मुख्य हैं।  स्कूलों में शुरुआत से ही बच्चों को मानक भाषा सिखाने पर जोर दिया जाने लगता है जिससे बच्चे भाषा सीखने से कतराते हैं। बच्चे घर पर बोली जाने वाली भाषा के असर के कारण मानक भाषा के प्रयोग में "अशुद्धियाँ " करते हैं - "उसने कही", "हम लोगों ने जाना है" आदि। इस पर उन्हें डांट पड़ती है, जबकि शुरु में ही शुद्धता पर जोर देने से भाषा सीखने में एक बड़ी रुकावट खड़ी हो जाती है।  शिक्षकों की बार-बार टोका-टाकी और चुप कराने से बच्चों में घरेलू भाषा के प्रति हीनभावना भी पैदा हो जाती है और वे आत्मविश्वास के साथ खुलकर अपनी बात नहीं कह पाते। कक्षा में सार्थक / अर्थपूर्ण बातचीत के पर्याप्त अवसर नहीं उपलब्ध हैं। इस तरह का दबाव या अनुशासन रहता है कि बच्चे चुपचाप कार्य करें। भाषा सिखाने में मौखिक पक्ष की अक्सर

बच्चों के बारे में मान्यतायें और....

Image
शिक्षक का बच्चों के प्रति स्नेह एंव शिक्षण कार्य के प्रति समर्पण प्रत्यक्ष रूप से बच्चों एवं जन समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालता है इसके विपरीत, तम्बाकू खाने, शिक्षण के समय अखबार पढ़ने, बुनाई करने आदि कार्यों का अप्रत्यक्ष बुरा प्रभाव पड़ता है। शिक्षक की अपने बच्चों के बारे में क्या मान्यतायें और विश्वास है, यह सिखाने के तरीकों तथा अपने छात्रों से अपेक्षाओं को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं। बच्चों में जिज्ञासा पैदा कर हम उनका सीखना आसान कर सकते हैं। उनके अनुभव के आधार पर, रुचियों का ध्यान रखते हुए नवीन जानकारियों एवं अनुभवों को सहज रूप में जोड़ सकते हैं। उन्हें अभिव्यक्ति का पर्याप्त अवसर देकर उनकी कल्पनाशीलता एवं सृजनशीलता को सकारात्मक दिशा दे सकते हैं। तब हम पायेंगे कि हमारा काम आसान होता जा रहा है। शिक्षक के लिये यह संभव है कि वह पता कर सके कि बच्चे ने गलती क्यों की। शिक्षक को बच्चे एवं समस्या को अलग-अलग करके समझना चाहिये जिससे कि समस्या को चोट पहुंचे, बच्चे को नहीं। अक्सर हमारा संबंध अपने बच्चों के साथ सुगमकर्ता और दोस्त का नहीं होता है। इसीलिये हम बच्चों के

World 3.14 Day

Image
મિત્રો... તારીખ ને પણ પોતાની ઓળખ હોય છે.મારા કેટલાય વાંચકો ૧૪ તારીખે જન્મ્યા હશે.થોડા દિવસ પહેલાં વેલેન્ટાઈન ડે ની ઉજવણી થઇ.આખા વિશ્વમાં એની નોધ લેવાઈ.આજે ૧૪ માર્ચ છે.કોઈ વિશ કરતુ નથી.આજે વિશ્વ પાઈ દિવસ છે.આ કોઈ રોગ નથી.ગણિતમાં વપરાતા ચિન્હ સાથે આ વાત જોડાયેલ છે.મને આ લેખ માટે રાકેશ પટેલ.રાધા યાદવ અને અન્ય મિત્રોએ સહયોગ કર્યો છે.એક લેખતો કોઈએ મોકલ્યો તે જ  આખો મૂકી દીધો છે.ાલેખના અંતમાં લખાયેલ વિગત સીધી જોડી છે.અંગ્રેજી માં લખેલ વિગતો માટે હું વેણુ અમ્મા અને કેતન િઠાકરનો આભાર માનું છું. તો હવે... આ દિવસને ગણિત ના રસિયા માટે ખાસ મનાવવા માં આવે છે. આ માટે કેટલીક બાબતોની આપણે વિસ્તારથી ચર્ચા કરીશું. જુઓ...આપણે  ત્યાં તારીખો લખવા માં દિવસ પહેલા અને પછી મહિનો લખવા માં આવે છે.જેમ કે આજ ની તારીખ 14/03.આજ રીતે અંગ્રેજીમાં લખાતું નથી.ગુજરાતી કરતા અંગ્રેજી કેલેન્ડરમાં એટલે કે વિદેશીમાં મહિનો પહેલા અને દિવસ પછી લખાય છે. જેમકે આજ ની તારીખ ને 03.14 લખાય. હવે તમે આ વિગતે પાઇ ની કિંમત ને સરખાવો. જુઓ... 3.14 આજ ની તારીખ પણ 3.14 છે.આ માટે કેટલીક બાબતો નો અભ્યાસ કરીએ. જુઓ

मजबूरी में भी शिक्षक...

Image
मुझे अब तक यह याद नहीं पड़ता कि कभी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री, दोनों ने एक ही दिन एक ही विषय पर सार्वजनिक भाषण दिया हो। लेकिन इस बार शिक्षक दिवस के मौके पर, इसके एक दिन पहले दोनों ने देश के बच्चों को संबोधित किया। क्या इसका अर्थ यह निकाला जाए कि सरकार को अचानक शिक्षकों या शिक्षा का महत्व समझ में आ गया है और उनकी समस्याओं को लेकर वह बेहद सचेत हो गई है? आज शिक्षकों की सबसे बड़ी समस्या यही है कि बिना अधिकार के वह केवल कार्यपालिका के आदेशों का पालन करने वाले बने हुये हैं जहां उन्हें केवल आए हुये ऊपर के नियम कानून और फरमान  का पालन भर करना होता है। और सबसे बड़ा अजूबा यह कि हर नीति के फेल होने का भी वह एकमात्र उत्तरदायी भी। ऐसे नकारात्मक माहौल में आपको नौकरी करने वाले ही मिलेंगे, शिक्षक कतई नहीं।  अफसोस कि न तो पीएम और न ही महामहिम की बातों से लगा कि सरकार के पास शिक्षकों को लेकर कोई ठोस योजना है। प्रेजिडेंट ने अपने बचपन के संस्मरण सुनाए और राजनीतिक इतिहास का पाठ पढ़ाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षक कुम्हार की तरह बच्चों का जीवन संवारता है, उनमें अच्छे संस्कार भरता है। शिक्षकों

होली का त्यौहार और गुजरात...

Image
आज कई दोस्तों ने रंगपर्व की शुभकामना दी!मेने भी कई सरे दोस्तोको शुभकामना बांटी!आज का दिन राजस्थान,गुजरात महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में होली और रंगपर्व के तोर पे मनाया जाता हैं! आज के दिन में आपको बात करूँगा गुजरात के एक ऐसे प्रदेश की जहा होली को कई सदियों से अलग तरीके से मनाया जाता हैं! उत्तर गुजरात के इशान कोनेमें एक प्रदेश हैं! यह प्रदेश मेघरज के नाम से जाना जाता हैं! राजस्थान और मध्यप्रदेश से जुड़ा हुआ ऐ प्रदेश ट्रायबल बेल्ट के तोर पे अपनी अलग पहचान बनाये रखता हैं! गुजराती में जिन्हें ठाकरडा कहते हैं ऐसे सामाजिक एवं शैक्षणिक व्यवस्था में पिछड़े जाती के लोग यहाँ रहते हैं! मेघरज से उनका छोटा बड़ा व्यव्हार हैं! शिक्षा और सामाजिक विचारोमे आज भी पिछड़े लोगो को अगर आप देखना चाहो,उनके जन जीवन पर अभ्यास करना चाहो तो आप यहाँ आके काम कर सकते हों! इस गाव में सबसे महत्त्व पूर्ण बात यह हैं की यहाँ होली का त्यौहार देखने को दूर दूर से लोग और मिडिया कर्मी आते हैं! आसपास से जुड़े 12 छोटे गाव को मिला के यहाँ ‘बाठीवाडा’ गाव या एक छोटा प्रदेश हैं! 15.००० के करीब जनसँख्या वाला ऐ समूह गाव एक ही त

फेस्टिवल ऑफ़ इनोवेटर:२०१७

Image
राष्ट्रपति भवन में इनोवेटर ... unicef इंडिया के प्रतिनिधिओ के साथ! आज में फिर से राष्ट्रपति भवन में जा पहुंचा!पिछले तिन साल की तरह आज चोथे साल भी मुझे निमंत्रण मिला! इस बार भी पिछले 8 साल की तरह इस साल भी नवाचार करने वाले ग्रास रूट इनोवेटर को राष्ट्रपति भवन में चार दिन के लिए बुलाया गया! फेस्टिवल ऑफ़ इनोवेटर:२०१७ का यहाँ भव्य समारोह का आयोजन किया गया था!उद्घाटन में भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी उपस्थित रहे!उनकी उपस्थिति के साथ ऍन आई एफ केcheramen डॉ.माशेलकर उपस्थित रहे!उनके साथ डॉ.अनिल गुप्ता और कई गन मानी अतिथि विशेष उपस्थित रहे!भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री श्री हर्षवर्धन भी यहाँ उपस्थित थे! सभीने साथ मिलकर सभी को सन्मानित कुया!प्रणव मुखर्जी के हाथोसे उन्हें सन्मान दिया गया जो समग्र भारत से ग्रासरूट इनोवेटर थे!समग्र भारत से आये बच्चे और टीचर को लेके उनके साथ काम किया गया!पिछले सलोकी तहत मुझे एक एक्सपर्ट के तोर पे यहाँ कार्यशालामे बुलाया हमने खूब काम किया!इस काम के बारेमे यहाँ पे हम मिलते रहेंगे!आज  में आपको ऐसा कह सकता हूँ की हमने ग्रुप में लिलाके जो