अनाथ:सोसियल गलती









किसी दोस्त नें मुजे फोटोनशेर किया। स्क्रीनशॉट था और मुजे भेजा था। एक छोटी लड़की। स्कूल से प्रवास जाती हैं। प्रवास में उन्हें वृद्धाश्रम की मुलाकात लेनी हैं। उसने यहाँ अपनी दादी को देखा। उस के पापा उसे यहां छोड़ गए थे। लड़की जब पूछती तो पापा कहते कि वों कीसी परवार के सदस्य के साथ रहती हैं।

बाद में मालूम पड़ा कि ये जानकारी आधी हैं। जिस स्कूल से वो गई थी उस टीचर ने भी बताया जी एक फोटो को न्यूज़ वाको ने गक्त तरीके से भेजा हैं। 11 साल पहले की ये तस्वीर हैं। news 18 गुजराती में दादी ओर पौती दोनों आये। उस का कहना था कि पापा ने नहीं छोड़ा हैं।दादी खुद आई हैं। हमे मालूम नहीं था उस बख्त में छोटी थी। दादी को देखा तो रो पड़ी। मेरे सर ने ये फ़ोटो क्लिक करि थी  गक्त न्यूज़ 2008 नें 12 नवंबर में  भी बनी थी। न्यूज़ पेपर ने गलती का स्वीकार किया था। आज सोशियल मीडिया में दादी कप लाचार ओर बेटी को खोजी बता दिया। मेने भी उस फ़ोटो जो इस लिए रखा था कि लिखने को कुछ न हो तो काम आए। एमजीआर आज news 18 गुजराती को देखा। वाह माँ। एक अलग समाज व्यवस्था हैं। व्यक्ति अपने आप से रहने जाते हैं और अपना खर्च संस्था जो दे देते है ।।परिव्सर में दादी आती हसीन, रहती हैं मगर अकेली न होकर परिवार में रहते उनके  सेवा कर्म नहीं संभाल पाती ,वो खुशी खुशी वृद्धाश्रम में रहती हैं।

फिर जो हुआ।
आप फोटो देख सकते हैं।
आज का फोटो जो मेने news चॅनल से लिया है वो भी शेर कर रहा हु।
@#@
सोसियल मीडिया की ताकत का सही इस्तमाल ही सफलता दिलायेगा। उस का सही उपयोग हमे सिद्धि दे सकता हैं।

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી