इस साल नवरात्री....





 हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्‍व है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्‍वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है।

      नवरात्र 17 अक्तूबर 2020  से  25 अक्तूबर तक होंगे।

         इस बार शारदीय नवरात्र में तीन विशेष संयोग बन रहे हैं। पहला संयोग करीब 58 साल बाद बन रहा है। शनि और बृहस्पति अपनी-अपनी राशि मकर और धनु में संचार करेंगे। दूसरे संयोग में सत्रह अक्तूबर को सूर्य की संक्रांति पड़ रही है। इस दिन सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेंगे। 

       सूर्य की संक्रांति पड़ने से इस दिन किए गए पूजन-दान का फल हजार गुना अधिक हो जाता है। तीसरा और प्रमुख संयोग पूरे नवरात्र में सात दिन विशेष संयोग पडेंगे। इन योगों में शुभ कार्य करने से कार्य सिद्धि होती है और विशेष लाभ मिलता है। बताया कि इस बार मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होगा।

   ~ मां शैलपुत्री पूजा 

       घटस्थापना : 17 

      अक्टूबर, ग्रह : चंद्र

~  मां ब्रह्मचारिणी 

    पूजा : 18 अक्टूबर, 

    ग्रह : मंगल

~ मां चंद्रघंटा पूजा : 19 

   अक्टूबर, ग्रह : शुक्र

~ मां कुष्मांडा पूजा : 

  20 अक्टूबर, ग्रह : सूर्य

~ मां स्कंदमाता पूजा : 

  21 अक्टूबर, ग्रह : बुध

~ षष्ठी मां कात्यायनी 

    पूजा : 22 अक्टूबर, 

   ग्रह : गुरु

~ मां कालरात्रि पूजा : 

  23 अक्टूबर,ग्रह : शनि

~ मां महागौरी दुर्गा 

   पूजा : 24 अक्टूबर, 

   ग्रह : राहु

~ मां सिद्धिदात्री पूजा : 

   25 अक्टूबर, ग्रह : 

   केतु


नवरात्र 17 अक्तूबर 2020 से 25 अक्तूबर तक होंगे। कलश स्थापना सुबह 6.25 से 10.10 बजे तक, पूर्वाह्न 11.42 से 12.27 बजे अभिजीत मुहूर्त में और अपराह्न बारह बजे से साढ़े चार बजे तक होगी। दूसरा स्थिर लग्न वृष रात में 07:06 से 09:02 बजे तक होगा परंतु चौघड़िया 07:30 तक ही शुभ है अतः 07:08 से 07:30 बजे के बीच मे कलश स्थापना किया जा सकता है।


शुभमस्तु...

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