सनथ


समय कभी रुकता नहीं।
आज भी समय चलित हैं।

क्योकि...
11.10.2019 के दिन से में
 सणथ प्राथमिक स्कूल में हाजिर हुआ हूं।

आज से मेरा हेड क्वाटर:

डॉ. भावेश पंड्या
मु.शिक्षक, सणथ प्राथमिक स्कूल।
पगार केंद्र लोरवाड़ा
ब्लॉक: डीसा जिल्ला: बनासकांठा।


फिर ये स्कुल *गमती निशाल* बनेगी। श्री संजय पटेल और श्रीमती हंसा बेन के साथ मिलकर सणथ को मॉडल स्कुल बनाएंगे।

2006 में ब्रिटिश काउंसिल आये थे। उस से भी अच्छा करने का मन हैं।

काम बच्चे करे,
अनुभव प्रात करे और इसी तरीके से बच्चे सीखेंगे। मेने सिखाया है और में सीखा पाऊंगा।अनुभव का आदान प्रदान होगा।

2004 से सणथ सीधा 15 साल बाद आया हु। मेने जो काम किया था वो दिखता हैं। उसे संवारना है। बच्चो की सबख़्या बढ़े और फिर से गमती निशाल क्रियान्वित बने ऐसी आशा रखता हूं।


भवदीय

भावेश पंड्या

मुझे यकीन हैं


सब कुछ मुमकिन हैं।


अब सनथ के साथ...

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી