शुक्रिया...
सर फाउंडेशन से में उसकी स्थापना से जुड़ा हूं। बालासाहब बाघ, सिद्धराम जी मशाले ओर अन्य साथियो संयोजकों से नियमित रूपसे मिलना और बातचीत करनी होती हैं। किसी दोस्त ने सोलापुर कोंफ़र्न्स के दौरान खींची हुई तसवीर को आप के साथ शेर करते हुए खुशी व्यक्त करता हु।किसी एक राज्य के अधिकतम शिक्षक हमे पहचानते हो वो बात हमारे लिए काफी हैं। में उन के प्यार और विश्वास को सदैव संभाल के रखूंगा।
जिन्होंने जो दिया हैं, में उन्हें वापस वैसा ही दूंगा। सर फाउंडेशन का में शुक्रिया अदा करता हु। उन्होंने मुजे प्यार दिया हैं, में भी उन्हें प्यार देनेका प्रयत्न करूँगा। मुजे आजतक महाराष्ट्र में काम करते समय ऐसा कभी नही लगा कि में यहाँ नया हु। मुजे खुशी हैं कि में सर फाउंडेशन का हिस्सा हु।
जिन्होंने जो दिया हैं, में उन्हें वापस वैसा ही दूंगा। सर फाउंडेशन का में शुक्रिया अदा करता हु। उन्होंने मुजे प्यार दिया हैं, में भी उन्हें प्यार देनेका प्रयत्न करूँगा। मुजे आजतक महाराष्ट्र में काम करते समय ऐसा कभी नही लगा कि में यहाँ नया हु। मुजे खुशी हैं कि में सर फाउंडेशन का हिस्सा हु।
#Bno...
मेरे उन सभी दोस्तों का शुक्रिया, जिन्होंने मुजे शुभकामना दी। अब कोई खुशी या गम के पीछे भागना नहीं चाहता हूं। अब तो शांति से काम को देखना और स्किल को खोजना चाहता हु। अकेला करूँगा,भले देर लगे।वैसे भी कोई जल्दी या जल्दबाजी नहीं हैं।
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