एक चमत्कार



सुमात्रा इंडोनेशिया में, एक दुर्लभ ओरांगुटान अपने 4 सप्ताह के बच्चे को बचाने में अंधा हो गया। शिकारियों ने उन पर बेहिसाब गोलियां चलाईं और इनमें से 74 उसके शरीर में लगीं। इनमें से 4 गोली में से उसकी बाईं आंख और दो दाहिनी आंख के पलक में लगीं। घायल होने के बाद, वह अपने बच्चे को नहीं खिला सका। इसलिए, संक्रमण और कुपोषण के कारण बच्चे की मृत्यु हो गई।

- ओरंगुटान का दूसरा नाम होप होता है। आचा प्रांतीय संरक्षण एजेंसी के प्रमुख स्पैत्रो अब्बू प्रभावो के अनुसार, गांव के लोगों ने उसे गंभीर हालत में देखने के बाद पुलिस को सूचित किया।

- उन्होंने बताया कि वह अपने 4 हफ्ते के कुपोषित बच्चे के साथ खेत में मिली थी। इसके बाद उन्हें वहां से निकाला गया और अस्पताल में एडमिट कराया गया।

- इलाज कर रहे वेटरन डॉक्टर सरस्वती ने कहा कि होप के शरीर पर कई गहरे जख्म मिले हैं, जो किसी नुकीली चीज की तरह लग रहे हैं।


- उन्होंने कहा कि रविवार को उनके टूटे हुए कॉलरबोन की मरम्मत के लिए सर्जरी की गई है और वह अब ठीक हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान केवल 7 पैलेट निकाले गए क्योंकि हमारी पहली प्राथमिकता उनके कॉलरबोन को ठीक करना और संक्रमण के जोखिम से निपटना था।

- सरस्वती के अनुसार, आशा है कि होप इस मुश्किल दौर को पार कर लेगी लेकिन फिलहाल इन परिस्थितियों में उसे जंगल में नहीं छोड़ा जाना उचित नहीं है।

- होप के बच्चे को भी बचाव दल द्वारा पशु चिकित्सा क्लिनिक में भर्ती कराया गया था, लेकिन संक्रमण और कुपोषण के कारण उसकी मृत्यु हो गई।

- बता दें, सरस्वती सुमतराम ओरंगुटन कंजर्वेशन प्रोग्राम के साथ काम कर रहे हैं। कार्यक्रम के अनुसार, इंडोनेशिया में ओरंगुटान सहित जंगली जानवरों का शिकार एक बहुत गंभीर मुद्दा बन चुका है।

सरकुम:
कोंन अकेला नहीं है।
बस, दूरी से कोई हो,मन से कोई अकेला नहीं है।
अगर,मन मजबूत है तो आपकी दुनिया सबसे अलग बन सकती है।

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