दो बहनें

एक और ऐसी कहानी दो बहनों पूनम और कोमल की है । इनकी भी स्थिति बहुत खराब थी। दोनों बहनों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि ये लोग अपनी शिक्षा भी जारी नहीं रख पाए थे, घर की हालात भी ठीक नहीं थी। 

ऐसे में इनके लिए PMKVY एक उम्मीद की किरण बनकर आया। दोनों बहनों ने पीएमकेवीवाई से कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम किया। कौशल प्रशिक्षण के बाद अब दोनों बहने कपड़ा कंपनी के कर्मचारी के रूप में काम कर रही हैं । अब न केवल वे खुशी से अपने परिवारों का समर्थन व सहयोग करते हैं लेकिन बल्कि दोनों बहने उन महिलाओं के लिए एक आदर्श मॉडल बन गईं हैं जो अपने कौशल के माध्यम से आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना चाहते हैं।

कुल मिलाकर कहें तो पीएमकेवीवाई, हर युवा और भारतीय महिला के लिए उज्ज्वल कल का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। यह सिर्फ परिवर्तन और उपलब्धियों की कहानियां भर नहीं हैं, बल्कि हर युवाओं/ महिलाओं को सही दिशा के साथ उन्हें कौशल युक्त और बेहतर आजीविका संपन्न बनाना है।
सरकुम:
सरकार के लिए कोई पार्टी का मतदार नहीं होता। योजना सब को मिलती हैं। हमें उसका लाभ लेना चाहिए। फिर ऐसा न हो कि कोई कहे ' सरकार ने उसे ' समजा नहीं।

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