सबसे पहले मेरा देश



अगर आप के लिए देश का महत्व नहीं हैं तो आप की भी देश को जरूरत नहीं हैं।ऐसा कहा विश्वकप फुटबॉल की फाइनल में पहली बार पहुंची टीम के कोच ने।सबसे कम रेटिंग वाली इस टीम के कोचका नाम हैं। कोच का नाम हैं डोलिक।वो क्रेऐशिया नामक छोटे देश के कोच हैं। 40 लाख की जनसंख्या वाला ये देश हैं। आज तक फाइनल में पहुंचने वाली आए 13 वी टीम हैं। पहली बार ये टीम फुटबॉल की फाइनल में पहुंचने में सफल हुई हैं।बात ऐसी हैं कि जब फुटबॉल के लिए टीम का चयन करना थातब उनके सबसे महंगा प्लेयर देशकी ख्यातनाम क्लब से खेल रहा था।  जब टीम का चयन हो रहा था,उस वख्त केम्प में वो 5 दिन तक आया ही नहीं।उसे था कि उसको तो पसंद करेंगे ही।इस बात को समझ ने के लिए हम क्रिकेट का उदाहरण लेते हैं।भारत की क्रिकेट टीम में चयन प्रक्रियामें अगर धोनी 5 दिन न आये और उसे पसंद न किया जाय ऐसी बात वहां फुटबॉल में हुई। कोच डोलिक ने  कहा आप को देश के लिए समय नहीं हैं।तो आप की भी देश को जरूरत नहीं हैं। आज देश के लिए खेलते हुए सबसे कम रेटिंग वाली टीम फाइनल में हैं।राष्ट्रभावना ओर संघ भावना से ही आए ऐतिहासिक चमत्कार हुआ हैं।
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देश से बढ़कर कोई नहीं होना चाहिए।वो भले नेता,अभिनेता या कोई उद्योगपति ही क्यो न हो।

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