देशका नाम रवांडा



एक छोटा सा देश।देशका नाम रवांडा।यहाँ हुतु ओर तुत्सी नामके दो कबिले हैं।तुत्सी 15% के साथ अल्प संख्यक हैं।बाकी हुतु हैं।हुतु के एक नेता मलकियोर  जब प्रमुख बने तब उनकी हत्या करदी गई।हुतु कबीले ने पूरे देश को बंधी बना लिया।कहा जाता हैं कि सो दिनों में 10 लाख से अधिक तुत्सीओ की हत्या की गई थी।रवांडा के इतिहास का ये सबसे काला हिस्सा हैं।हमारे देश में अगर ऐसा होता तो आज तक वो बाते चलती।जब ऐसी बात रवांडा में हुई थी तो उसे भुलकर सब लोग साथ जुड़े ओर आज आफ्रिका में सबसे तेज आर्थिक प्रगति करने वाला देश बना हैं।7% GDP को संभाले हुए ये देश सबसे आगे और तेजी से बढ़ रहा हैं।आर्थिक विकास दर देखने वाली वैश्विक संस्थान इरोनॉमिक फ्रीडम ने कहा हैं कि इस देश की फ्रीडम स्कोर 69.10% हैं।ये फिगर किसी भी देश को आर्थिक सत्ता साबित करने के लिए काफी हैं। आज विश्वमें  39 वा स्थान इस एक से सवा करोड़ की वस्ती वाला देश हैं।


इस देश ने धर्म को कोसो दूर कर दिया हैं।ऐसा नहीं हैं कि यहां साम्यवादी शाशन हैं या धर्म को महत्व नहीं दिया गया।हा, नरसंहार के बाद कि किसीभी सरकार ने एक भी मंदिर या मस्जिद नया बनने नहीं दिया गया।तुत्सी के नेता पोल कगामे ने एकबार कहा था कि अपने छोटे देश की राजधानी में700 चर्च ज्यादा नहीं हैं?इन के इस विधान के बाद उन्होंने 6000 चर्च ओर 1 प्रतिशत मुसलमानों के 100 प्रतिषद मस्जिदों को बन्ध करवा दिया था।उनके देश में पादरी ओर मुल्लाओ के लिए धर्म को पढ़ने का ओर सरकार के नियमो में रहकर काम करने को ही इजाजत दी गई हैं।आज देश आगे हैं।आगे रहेगा।

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अर्थशास्त्री इस देश को थर्ड वर्ल्ड कंट्री कहते हैं।अगर देखा जाए तो GDP संभाल कर प्रत्येक व्यक्ति की आयु बढ़ाने वाला देश फर्स्ट वर्ल्ड कंट्री में आता हैं।अमेरिका और यूरोप के देशों के साथ आज रवांडा खड़ा हैं।कोई भले इसे थर्ड कंट्री कहे।ये देश पहला नहीं सबसे पहला हैं।

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