भगवान की सरकार

एक पोस्टर।
जैसे दिमाग हिला गया हो।
एक बच्चा।जो कूड़ा इकठ्ठा करता हैं।किसी शो रूम के सामने खड़ा हैं।लिखा हैं।उसे समझ ने के लिए हमे कुछ नहीं चाहिए।हमे सिर्फ उसे समझ ने के साथ देखना और समझना हैं।इस बात को समजीए ओर इस बात को इर फैलाए।सबके साथ सब कुछ नहीं होता।किसी ने खूब कहा हैं।

किसको क्या मील इसका कोई हिसाब नहीं।
तेरे पास रूह नहीं,मेरे पास लिबास नहीं।'

ऐसा कई बार होता हैं।
जब मोबाइल में बैलेंस हैं,तो नेट नहीं।नेट हैं तो बैटरी नहीं।दो ने हैं तो सामने वाले को वख्त नहीं।उन्हें वख्त हैं तो अभी हमारा समय नहीं।सबकुछ ठीक हैं तो ओर कुछ काम हैं।
मोरारी बापू कहते हैं कि जो व्यक्ति 5 मन घेहु खरीद सकते हैं,वो उसे उठा नहीं सकते।अगर कोई उठाने की ताकत रखता हैं तो उसके पास खरीदने की ताकत नहीं होती हैं।
यही जीवन हैं।
हमे सोच समझकर इसे निभाना हैं।अगर कोई कुछ गलती करता हैं तो उसे सुधारनी हैं।भगवान ने तो हमे ये जीवन दिया हैं।सरकार हमे सुविधा देती हैं।हम इसमें अपने आपको आगे ले जाना हैं।आप भी अपनो के साथ जिंदगी को ऐसे ही स्वीकार करके आगे बढ़ाए।

मेरव एक दोस्त हैं।
भूतान में शिक्षाका काम और शोध करते हैं।उन्होंने कहा 'जिसे पढ़ना हैं,उसे सुविधा नहीं हैं।जिसके पास सुविधा हैं उसे पढ़ना नहीं हैं।मगर ये तो जिंदगी का तकाजा हैं।

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हाथोंकी तकदीर को मत देख।
वो भी जी लेते हैं,जिनके हाथ नहीं होते।आसमा सबके लिए समान हैं,वो भी शायद उडले जिनके पंख नहीं होते।

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