25 साल के बाद...

सृष्टि संस्थान।
एक ऐसी संस्था जिसे अब हम ग्रासरूट इनोवेशन के लिए जानते हैं।पद्मश्री अनिल गुप्ता ने हनी बी नेटवर्क को खड़ा किया।धीरे धीरे नेटबर्क बढ़ता गया।उसे संवार ने ओर सजा ने के लिए सृष्टि की स्थापना हुई।1 जून 2018 को 25 साल पूरे हुए।
25 साल का समारोह ओर इस साल के सृष्टि सन्मान का समारोह ग्रामभारती अमरापुर में संपन हुआ।2018 के जून में दिनांक 1 से तीन तक इनोवेटर्स का जैसे जमावड़ा हुआ।समग्र देश से आये 500 से अधिक लोगो ने इस समारोह को जैसे रोशनी प्रदान की।

एक जून को सृष्टि के साथियो की उपस्थिति में उद्घाटन समारोह के साथ इनोवेटर्स की संस्था की सिल्वर ज्युबिली का समारोह शुरू हुआ।भारत के सन्मानिय वैज्ञानिक एवं नेशनल इनोबेशन फाउंडेशन के चेरमेंन पध्म विभूषण  डॉ. रघुनाथ माशेलकर ने इस समारोह का अध्यक्ष बनके इसे चार चांद बनालिए।ग्रासरूट इनोवेशन में विश्व में अपनी पहचान पहचान बनाने वाले शिक्षाविद,आईआईएम अमदावाद के पूर्व प्रोफेसर पद्मश्री डॉ. अनिल गुप्ता विशेष उपस्थित रहे।मुजे इस समारोह में उपस्थित रहके भारत के सभी इनोबेटर्स के साथ मुजे सृष्टि के माध्यम से संवाद करने का मौका मिला।मुजे इस स्थान पे योग्य समाज ने वाले डॉ. अनिल गुप्ता और श्री रमेशभाई पटेल का में शुक्रिया ओर  आभार व्यक्त करता हूँ।मुजे ख़ुशी हैं कि में हनी बी नेटवर्क का  हिस्सा हु।मुजे खुशी हैं कि मुजे पे सृष्टि ने भरोसा किया हैं।मेने 2021 तक 100000 शिक्षकों को भारत से जोड़ने का ओर 25000 शिक्षा से जुड़े नवाचार इक्कठा करने का जिम्मा लिया हैं। हनी बी नेटबर्क में 2 साल में 100000 अध्यापको को जोड़ने की जिम्मेदारी मुजे निभानी हैं।शिक्षा से जुड़े नवाचार करने वाले भारत के नव सर्जकों के बीच ये तय किया हैं।
पहले छ महीनों में गोवा ओर ओडिसा के साथ...
गुजरात
महाराष्ट्र
कश्मीर
हरियाणा
आंध्रप्रदेश
तमिलनाडु
ओर राजस्थान के अध्यापको के संपर्क अभियान को शुरू करेंगे।साथ में अगले साल सृष्टि के माध्यम से आंतर राष्ट्रीय नवविचारक अध्यापक समारोह का आयोजन करने जा रहे हैं। नवविचारक शिक्षकों का नेटबर्क बढ़ाते हुए 25000 नव विचार खोजने के काम शुरू कर दिया हैं।आप भी इस मिशन में जुड़  सकते हैं।आप हनी बी नेटवर्क के माध्यम से जुड़के अपने देश और विश्व को शांति एवं समृद्धि दे सकते हैं।आप को सिर्फ जुड़ना हैं, आप के काम,विचार और ज्ञान की आवश्यकता हैं।एक कदम आगे कीजिए।एक साथ सो लोग एक कदम बढ़ाएंगे तो एक साथ सो कदम आगे होंगे।
सृष्टि के माध्यम से सृष्टि की सेवा करें।

@#@
ज्ञानपीठ सन्मान प्राप्त पध्म श्री रघुवीर चौधरी दूसरे दिन विशेष उपस्थित रहे।उन्हों ने इस संस्था के काम और व्यवस्था को अनूठा बताया।

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી