14 जून ओर क्रांति


थोड़े दिनों पहले की बात हैं।14 जून की बात हैं।उस दिन विश्व के समृद्ध क्रांतिकारी की जन्म जयंती थी।उनका नाम हैं चे ग्वेरा।अपने देश के सन्मान को उन्होंने इतना ऊंचा चढ़ाया की आज विश्वमें उन्हें याद किया जाता हैं।उनकी फोटो हमारे लिए पहचानी हुई होगी।टीशर्ट वे ये फोटो आपने अवश्य देखी होगी।

'चे ग्वेरा ने कहा था :-

"एक क्रांतिकारी डॉक्टर बनने के लिए, या फिर कहें कि एक क्रांतिकारी ही बनने के लिए, एक क्रांति की जरूरत होती है। अलग थलग रह कर किये गए निजी प्रयास, अपने तमाम आदर्शों की पवित्रता के बावजूद, किसी काम के नहीं होते, और अगर कोई आदमी अकेले ही काम करते हुए, अमेरिका के किसी कोने में किसी बुरी सरकार और प्रगतिरोधी सामाजिक परिस्थितियों के खिलाफ लड़ते हुए, किसी महान आदर्श के लिए पूरी जिंदगी का बलिदान भी कर देता है तो भी उससे कोई फायदा नहीं होता। एक क्रांति को पैदा करने के लिए हमारे पास वह होना चाहिए, जो आज क्यूबा में है, यानि पूरी जनता की लामबंदी।
और अंततः आज आपके सामने, अन्य सभी बातों से ऊपर, एक क्रांतिकारी डॉक्टर, यानि कहें तो वह डॉक्टर जो अपने पेशे से सम्बंधित तकनीकी ज्ञान को लोगों और क्रांति की सेवा में लगाता हो, बनने का अधिकार भी है और कर्तव्य भी।"

यूँ तो चे एक डॉक्टर थे, लेकिन उन्होंने मानवता की बीमारी, पूंजीवाद, को पहचान लिया था और इस बीमारी के खिलाफ जीवन पर्यन्त संघर्ष में लगे रहे थे।वे आजीवन एक क्रांतिकारी रहे और एक क्रांतिकारी के रूप में ही शहीद हुए। 14 जून को  र्नेस्टो चे ग्वेरा का जन्मदिवस है। डॉक्टर्स फॉर सोसाइटी की तरफ से हम उन्हें क्रांतिकारी सलाम करते हैं।

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क्रांति जीवन का हिस्सा होनी चाहिए,जिस व्यवस्था को बदलने से समाज को शांति मील वोही क्रांति कहि जाएगी।

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