अब आगे...

ऋचा ने गाया।
में कहता हूं कि अच्छा गाया।
उसे संतोष नहीं हुआ हैं।वो कहती थी कि में ओर अच्छा कर सकती थी।मगर नहीं कर पाई।यहां से सात आर्टिस्ट को पसंद किया जाएगा।उसमें से विजेता पसंद होंगे।गुजरात भ्रह्म समाज द्वारा आयोजित ये दूसरा पड़ाव हैं।बहोत सारी सामाजिक प्रवृत्ति से जुड़ा ये ट्रस्ट संगीत में भी विशेष कर रहा हैं।
कुछ दिनोंमें तय होगा की मेगा फाइनल में रुचा गायेगी की नहीं।अगर वो नहीं भी गाती हैं तो मुजे कोई दुख नहीं हैं।उस के पास ओर भी वख्त हैं।वो जरूर कुछ खास करेगी।आज अगर में कहूँगा की ऋचा गायेगी तो मुजे ख़ुशी होगी तो एक बात तय हैं कि उसे भी खुशी होगी।अपने परफॉर्मेंस से वो ज्यादा खुश नहीं थी।फिरभी देखते हैं।मुजे यकीन हैं कि उसने अच्छा गाया था।और आगे इस कार्यक्रम में या अन्य कार्यक्रम में गायेगी।
शुभमस्तु...
# ऋचा can मुमकिन हैं।

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अगर हम सफल नहीं होते हैं,तो सफलता थोड़ी दूर हैं,असंभव नही हैं।सख्त परिश्रम ही हमे निष्फलता से दूर करता हैं।

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