जिम्मेदारी पी लो
जिम्मेदारी।
व्यक्तिको मजबूत बनाती हैं।
एक बार आप जिम्मेदारी उठाओ ओर से निभाने की ठान लो तो कभी आप थक नहीं सकते हैं।किसी ने खूब लिखा हैं कि 'जिम्मेदारी एक ऐसा टॉनिक हैं जो एक बार पी लेने से व्यक्ति कभी नहीं थकता।
किसी को दिया हुआ वचन निभाना बहोत मुश्किल होता हैं।अगर आप ने जिम्मेदारी ली हैं तो आप कभी नही थक सकते।एक पिता कभी अपनी जिम्मेदारी से थकता नहीं।एक पति या पत्नी कभी आने काम से थकती नहीं क्यो की उन्होंने जिम्मेदारी पी हुई हैं।
एक दोस्त हैं।
वो जिम्मेदारी निभाते हैं।
एक व्यक्ति के तौर पे पारिवारिक,सामाजिक और व्यावसायिक जिम्मेदारी को निभाते हुए वो अपने आप को आगे बढाने का काम करते हैं।कई बार वो ऐसी छोटी बातों में परेशान होते हैं जो बात परेशानी वाली हैं ही नहीं।कुछ लोग जिन्हें वीक ऐंड पसंद होता हैं।मेरे दोस्त वीक ऐंड में सबसे ज्यादा अस्वस्थ रहते हैं।
जब मेरी बात होती है तो में उन्हें कुछ करने को कहता हूं।में उन्हें कोई नई जिम्मेदारी का वहन करने में या कुछ ऐसा काम करने को कहता हूं जो वोही कर पाएंगे।
जैसे...
किसी बच्चे को खोजना...
उसे दोस्त बनाना और बाते करना...
उसे आदत न हो जाये ऐसी सहाय करना...
गाना सुनना जो हमे पसन्द है या गाना विशेष हैं...
मेने अगर कोई जिम्मेदारी ली है,में उसे निभाउंगा।क्या कोई व्यक्ति बिना सोचे कोई जिम्मेदारी लेगा?आप कहेंगे नहीं।इसका मतलब ये है कि हम जिम्मेदारी से ही जिम्मेदार बन सकते हैं।
आप भी अपनी जिम्मेदारी की ओर अगर जागृत होंगे तो आप भी नहीं थकेंगे।अगर आप ने सच मे जिम्मेदारी से कुछ तय किया है तो भगवान आपको सहाय करेंगे।
जिओ जिम्मेदारी से...
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