133: राजेन्द्र प्रसाद नॉट आउट


आज से 133 साल पहले की बात हैं।
उस दिन हमारे देशमें एक व्यक्ति का जन्म हुआ।उन्होंने पढ़ाई की।शिक्षा में वो बचपन से तेज थे।देश जब अंग्रेजो का गुलाम था,ये बात राजेन्द्र प्रसाद को पसंद नही थी।युबा अवस्थामें जाते जाते उन्होंने अपने आप को देश के प्रति समर्पित कर दिया।
देश आजाद हुआ।हमारे बंधारण के आधार पे राष्ट्रपति का चुनाव करना था।सभी दल ने एक साथ मिलके राजेन्द्र प्रसाद को इस जिम्मेवारी के लिए चुना।हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति,स्वतंत्र सेनानी ओर शिक्षाविद के साथ विचारक के रूप में हम उन्हें याद करते हैं।आज के इस पवित्र दिवस पर हम उन्हें याद करके अपना कर्तव्य अदा करें।
#india

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી