शिक्षामें सुधार...
आजकल शिक्षामें बहोत कुछ नया हो रहा हैं।कुछ लोग नएपन को स्वीकार नहीं सकते हैं।एक समय था कि जब अध्यापक एक मात्र ज्ञान का स्त्रोत था।आज ऐसा नहीं हैं।कुछ लोग आधुनिक शिक्षा व्यवस्था ओर उनमे आनेवाले बदलाव को स्वीकृति नहीं दे सकते या देना नहीं चाहते।
जैसे प्रत्येक व्यक्ति सर्वगुण संम्पन नहीं हैं,वैसे प्रत्येक व्यक्ति सभी बातोंमें जानकारी रखता हो ऐसा नहीं हो सकता।आज पोस्टरमें जो लिखा हैं।वो संदेश शिक्षा से जुड़े सभी व्यक्तियो को उपयोगी हैं।सच्चा शिक्षक व्व नहीं जो बच्चो को पढाये,सच्चा शिक्षक वो हैं जो बच्चोंको शिखने के प्रति लगाव पैदा करे।मेण्य कभी मेरे ब्लोगमें ऐसा नहीं लिखता की में सर्वगुण संम्पन हु।मेनेतो कभी किसीका पोस्टर या बात भी लिखी हो तो उनके नाम से शेर किया हैं।
कुछ लोग ऐसे हैं जो अपनी सोच को बढ़ाने के बदले,जो सोच बदलने का प्रयत्न करते हैं उसे ही पागल गोशित करने का प्रयत्न करते हैं।कुछ लोग ऐसी वाहियात बातोंमें कहते हैंना कि चलती गाड़ी में चढ़ जाते हैं।ऐसे लोगो के लिए ओर शिक्षामें सुधार चाहने वाले सभी को आजका पोस्टर अर्पण करता हूँ।
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