सफलता कैसे...!

आप की सफलता।
आप की विफलता।
आप के पूरे भविष्यको बनाने में आपकी दिन चर्या बहोत महत्वपूर्ण हैं।आयोजन के साथ काम करने से ओर धीरज रखने से हमे सबकुछ प्राप्त हो सकता हैं।हमारी दिनचर्या में ही हमारी भावी सफलता छुपी हैं।गांधी जी दोनों हाथोंसे लिख सकते हैं।वो जब अपने सही हाथ से लिख के थक जाते थे तब वो अपने उलटे हाथों से लिखते थे।अगर एक हाथ से थकने के बाद कोई भी आराम करेगा।तब जाके बापू रुकने के बजाय दूसरे हाथ से लिख ते थे।उनकी दिनचर्या ऐसी थी कि वो सारे काम करने के बाद ही सोते थे।उस वख्त आज़ादी की बजह से उन्हें बहोत लिखना पड़ता था।और तब जाके विश्व में सबसे अधिक पत्र लिखने का कीर्तिमान बापू के नाम से जुड़ा हैं।
जिन के जीवन में कोई ध्येय हैं तो इस पोस्टर को अवश्य अपना साथी बनाले।आए बात उन्हें कुछ कम समय में सफलता देगी।किसी को दिखाने के लिए नहीं,कोई देख पाए इतने मजबूत इरादे होने चाहिए।

#में ओर मेरी सोच

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