हम बदलेंगे...

चार बच्चे।
चार बेग,दो बच्चे आ रहे हैं।दो बच्चे जा रहे हैं।हैं तो बच्चे मगर काम जुदा हैं।जिन बच्चों नर कचरा इकठा करने वाला बेग हैं इनके परिवार भी ज्यादातर ऐसे बच्चो के जैसा ही काम करते होंगे।जो बच्चे अच्छे बेग पकड़के जा रहे हैं उनके पेरेंट्स भी ऐसे ही मजदूरी का काम करते होंगे।मजदूरी वाले बच्चो के पास पढ़ने को पैसा नहीं,स्कूल जाने वाले बच्चोबके पेरेंट्स के पास समय नहीं।जिसके पास जो कुछ हैं,उससे अधिक की वो व्यक्ति अपेक्षा रखता हैं।बेग बदल के देखो तो मालूम पड़ेगा कि हम क्या क्या प्राप्त करते हैं,या हम क्या क्या प्राप्त करने से चुके हैं।सब हो सकता हैं।धैर्य की आवश्यकता हैं।बेग में कचरा उठाने वाले बच्चे पैसा कमा लेते हैं।जो आर्थिक संम्पन परिवार के बच्चे नही कर पाते।
हमे जो करना हैं,इसके लिए हमे ध्येय सिद्ध करके आगे बढ़ना हैं।विचार को बदल ने से कुछ नही होगा,हमे व्यावस्था बदलनी हैं।हम बदलेंगे,सब बदलेगा।हम बदल के रखेंगे।हमे ही बदलना होगा।
#Bee The Change
#Bno

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