क्या करेंगे?

शिक्षा से जुड़े लोग इसे जल्द समजेंगे।इस के आधार से एक बात तय हैं कि शिक्षक जो पढ़ाता हैं।बच्चे से पहुंचने से पहले ही वो बात किसी बड़ी खाइमें जा गिरती हैं।अब इस बात को समझ ने वाले कितने हैं।सिर्फ वन वे प्रोसेस से शिक्षामें परिणाम प्राप्त नहीं होते।इस के लिए शिक्षामें सुधार करना जरूरी हैं।ये सुधार क्या हो सकते हैं,वो जान ने के लिए अध्यापन कार्य से जुड़े साथियो से ही बात करनी पड़ती हैं।
हा, एक बात हैं।बच्चे को जानकारी की नही,नए विचार की खोज सिखानी हैं।आप ओर हम आज ऐसी चीजें इस्तमाल करते हैं, जो हम पड़ते थे उस वख्त नहीं थे।आज हम उसका इस्तमाल कर लेते हैं।बस,आगे के समय मे बच्चे भी ऐसे समझदार बने की वो भी अपने जीवन में आगे बढ़े।एमजीआर उसके पहले हमें ये खाई को दूर करना पड़ेगा।

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