मेरी खुशी...

एक खूबसूरत गाना हैं।
बच्चे तो भगवान की सूरत होते हैं।वैसा आप फोटोग्राफ में देख सकते हैं।एक छोटा बच्चा।कहते हैं कि बच्चा अनुकरण से भी शिखता हैं।ये बच्चा सुरेंद्रनगर के दसाडा के पास रहता हैं।उसकी सायकल में एक टायर नहीं था।टायर वाली साइकल भी रेतमें हम नहीं चला सकते।अपनी खुशी के लिए आए बच्चा आज निकला हैं।हो सकता हैं शायद गुनगुनाता हो...
छोड़ो कलकी बाते....नई बात पुरानी,
नए दौर में लिखेंगे....मिलकर नई कहानी।

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી