नया वाला पुराना...
हमारे आसपास बहोत कुछ नया हम देखते हैं।जब कुछ अच्छा होता हैं तो हम उसकी सराहना करते हैं।जब कुछ नया करने की बात आती हैं तो हम अपने आप को इससे अलग कर लेते हैं।पीटर ड्रकर ने इसके लिए कहा हैं कि अगर आप नया चाहते हैं तो पुराना काम बंध करदो।नया सोचेंगे तो नया कर पाएंगे।
मेने मीडिया में कार्टूनिस्ट के तौर से काम किया था।उस वख्त मुजे संपादक ने कहा कि कुछ नया करो।कार्टून में क्या नया करूँ।मेरे लिए आए मुश्किल काम था।मेने मेरे कार्टून को पोलिटिकल कॉमेंट के बदले बच्चो से जुड़े कार्य को कार्टून स्वरूप में बनाना तय हुआ।मेने 4 कार्टून के एक ब्लॉक को 8 कॉलम 6 सेमी में बनाया।गुजरात मे बच्चो के कार्टून में ये नवाचार प्रथम हमने किया था।उस वख्त कार्टून आज के जैसे कॉम्प्यूटर से नहीं बनते थे।
जो बच्चे उस वख्त मेरे बच्चों से जुड़े कार्टून देखते थे,आज उनकी संतान के लिए में कार्टून बनाता हूँ। आज मे कार्टून बनाता हूँ।अब प्रकाशित नहीं करवाता।नहीं किसी दैनिक पत्रमें या साहित्य के लिए कार्टून बनाता हूँ।
मेरी आदत थी।रोज कार्टून बनाना।पहले ओर आज के मिला के मेरे 300 बच्चो के ओर उतने ही अन्य कार्टून हैं।मेरे सहयोगी उस की किताब बनाना चाहते हैं।उस किताब में रोज नया सोचा हैं।रोज पुराना भुला हूँ।मेरे साथी जो रोज पुराना याद रखके नया करना चाहते हैं उन्हें कहूंगा कि नया पाने के लिए पुराने तरीको को छोड़ो।
हमारे विचार नए हैं।
हमारे आचार नए हैं।
हमारे फैंसले नए हैं।
तो चलो... पुरानी गलतियों को भूल के नए जीवन की राह बनाएं।
Comments