यह वख्त भी गुजर जाएगा...

जब हम परेशान होते हैं।तब हमारे पास उस परेशानी से लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता हैं।कोई व्यक्ति ऐसी नहीं हैं जो सदैव खुश हो।ऐसी ही दूसरी बात भी ये हैं कि ऐसी कोई व्यक्ति नहीं जो सदैव दुखी हो।आप ओर हम,सदैव ख़ुशी ओर दुख की अवस्थामें जीते है।हमे हमारे जीवन में एक बात याद रखनी हैं।जीवन में कोई स्थिति कायम नहीं हैं।
एक कहानी हैं।
एक बार अकबर ने बीरबल से कहा 'कुछ ऐसा लिखो की जिसे पढ़कर जो खुश हैं वो दुखी हो जाय।जो दुखी हैं वो उसे पढ़कर खुश हो जाय।थोड़ी देर सोचने के बाद बीरबल ने लिखा कि 'यह वख्त भी  गुजर जाएगा।'आज जो हालात हैं, उसे सुधरना हीं होगा।हर किसी प्रकारका सुधार समय मांगता हैं।हम जब हमारी समस्या के प्रति जागृत होते हैं,हम संभावना की ओर नजदीक पहूंचते हैं।

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