Trust & Love


दुनिया बढ़ती जाती हैं!जो पहले था वो आज पुराना हो चुका हैं!पहले था और आजभी हो ऐसा क्या हैं!अगर उसे खोज न सके तो हमे हमारे आसपास देखना पड़ेगा!समजना पड़ेगा!भले आज सबकुछ बदला हैं! दो शब्द ऐसे हैं जिन का महत्व आज भी नहीं बदला हैं!वो हैं विश्वास और प्रेम!ये शब्द हैं मगर उसे समजपाना ओर समजाना बहोत मुश्किल हैं!

सच्चा प्यार हो जाता है!विश्वास आहि जाता हैं!मगर विश्वास पैदा नहीं होता!विश्वासका निर्माण करना पड़ता हैं!प्यार हो जाता हैं मगर विश्वास पैदा करना पड़ता हैं!आप देखते हैं कि पिक्चरमें हाथी के पेरोमें जो व्यक्ति सो रहा हैं!उसे कोई फिकर नहीं हैं!नीचे सोने वाली व्यक्ति को विश्वास होगा!मगर हाथीभी अपने साथिको नहीं मारेगा क्यो की वोभी  इसे प्यार करता हैं!
हो सकता हैं कि हाथी को मालिक से प्यार हो,ओर मालिक को विश्वास!इसका उल्टा भी हो सकता हैं!यहाँ किसे विश्वास या प्यार है वो बात ही नहीं हैं!बात ये हैं कि दो जीव हैं, भले हाथी ओर मनुष्य हो!कोई और भी हो सकता हैं!महत्वपूर्ण हैं कि परस्पर प्यार और विश्वास हैं!
अगर देखा जाय तो इन शब्दोंका अर्थ देना मुश्किल हैं!इन शब्दों को सिर्फ निभाना होता हैं!

किसी तस्वीर को देखकर में हाथी या उसके नीचे सोने वाली व्यक्ति हु !किसी चित्रमें अपने भाव देखना और ऐसा सोचना मजा दे सकता हैं !मगर हो सकता हैं कि आपकी सोच गलत हो ओर आपको प्यार करने वाली व्यक्ति आपके पेरोमें जीवन पसार करती हो!

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી