GST की कहानी....
नरेंद्र मोदी
हमारे प्रधान मंत्री!
समग्र भारत आज GST की बात कर रहा हैं!इस बात से मोदी विश्वमें आज चर्चित हैं!GST को पहले कोंग्रेस सरकार ने रखा था!श्री राजीव गांधी के समय से शुरू हुई ऐ व्यवस्था आज से लागू हुई हौं!राजीव गांधी,विश्वनाथ प्रताप सिंह,चंद्रशेखर,देव गौड़ा,पी वी नरसिंह राव,मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी!
कोई पेड़ ऐसे ही फल नहीं देता!उसके लिए इन्तजार करना पड़ता हैं!मेरे एक दोस्त हैं!उन्होंने GST के लिए एक कहानी भेजी थी!
कहानी में लिखा था...
एक गाँव था!
उसमें एक लड़का था!
लड़का कुंवारा था!कभी कभी रात को वो घर देर से आता उसे जवाब देने पड़ते!
माँ...बाबूजी...बड़ेभाई...भाभी...दीदी...सभी उसे सवाल करते और उसे सबको जवाब देना पड़ता था!
समय बीतता गया!
उसकी शादी हो चुकी हैं!इसे किसीको जवाब नहीं देना पड़ता!अब् वो सिर्फ उसकी बीबीको ही जवाब देता हैं!
दूसरी बात ऐ के माँ...बाबूजी...बड़ेभाई...भाभी...दीदी... से सेटलमेंट हो सकता था!बीबी से सेटलमेंट नहीं हो सकता!
GST समझने के लिए इससे सरल कोई बात नहीं हैं!इस चर्चा में एक नई बात किसी न्यूज़ पेपरमे पढ़ने को मिली!इस अख़बार में लिखा था 'चश्मे बदलने को कहोगे चलेगा,आँखे बंध करना कहोगे तो गलत होगा!'
GST के लिए केंद्रसरकार का ये बयान GST से जुड़े लोगोंको बहोत कुछ सीखा जाता हैं!
हमारे प्रधान मंत्री!
समग्र भारत आज GST की बात कर रहा हैं!इस बात से मोदी विश्वमें आज चर्चित हैं!GST को पहले कोंग्रेस सरकार ने रखा था!श्री राजीव गांधी के समय से शुरू हुई ऐ व्यवस्था आज से लागू हुई हौं!राजीव गांधी,विश्वनाथ प्रताप सिंह,चंद्रशेखर,देव गौड़ा,पी वी नरसिंह राव,मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी!
कोई पेड़ ऐसे ही फल नहीं देता!उसके लिए इन्तजार करना पड़ता हैं!मेरे एक दोस्त हैं!उन्होंने GST के लिए एक कहानी भेजी थी!
कहानी में लिखा था...
एक गाँव था!
उसमें एक लड़का था!
लड़का कुंवारा था!कभी कभी रात को वो घर देर से आता उसे जवाब देने पड़ते!
माँ...बाबूजी...बड़ेभाई...भाभी...दीदी...सभी उसे सवाल करते और उसे सबको जवाब देना पड़ता था!
समय बीतता गया!
उसकी शादी हो चुकी हैं!इसे किसीको जवाब नहीं देना पड़ता!अब् वो सिर्फ उसकी बीबीको ही जवाब देता हैं!
दूसरी बात ऐ के माँ...बाबूजी...बड़ेभाई...भाभी...दीदी... से सेटलमेंट हो सकता था!बीबी से सेटलमेंट नहीं हो सकता!
GST समझने के लिए इससे सरल कोई बात नहीं हैं!इस चर्चा में एक नई बात किसी न्यूज़ पेपरमे पढ़ने को मिली!इस अख़बार में लिखा था 'चश्मे बदलने को कहोगे चलेगा,आँखे बंध करना कहोगे तो गलत होगा!'
GST के लिए केंद्रसरकार का ये बयान GST से जुड़े लोगोंको बहोत कुछ सीखा जाता हैं!
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