निर्दलीय राष्ट्रपति
कल हमारे नए राष्ट्रपति तय हो गए!कोविंद जी अब हमारे राष्ट्रपति हैं!NDA के उम्मीदवार जीत गए हैं!आज से वो हमारे 14 राष्ट्रपति होंगे!इस से पहले राष्ट्रपति के चुनाव के बारेमें मेने लिखा था!आज तक के सभी राष्ट्रपति किसी पोलोटिकल पार्टी या पार्टी समूह से जुड़े थे!जैसे कोविंद जी NDA से जुड़े थे!राष्ट्रपति या उप राष्ट्रपति बनने के बाद व्यक्ति किसी राजकीय पार्टीका सदस्य नहीं बन सकता हैं!
आज में ऐसे राष्ट्रपति के बारे में कहूंगा जो निर्दलीय उमीदवार थे!जिन्होंने भारत के इतिहासमें पहलीबार निर्दलीय उमेदवार बनके जीत हांसिल की थी!हा, जी वो इंदिरा गांधी की राजकीय चल थी कि पार्टी का उमेदवार हारा ओर इंदिरा जी ने अपना निर्दलीय उमेदवार जिताया!तब से इंदिरा याने इंडिया बन गया!जैसे आज मोदी यानी भारत हैं!
वो आयरलेण्ड के स्वतंत्रता आंदोलन में जुड़े थे।उस वख्त वो वहां पढाई करते थे!
वी.वी.गिरि भारत आये!अपना देश गुलाम था!अंग्रेजो का शाशन था!रेल सेवा नई थी!यहाँ कर्मचारी ओर अन्यका शोषण करने वाले अंग्रेजो से वो भिड़े!
स्वतंत्र भारत के वो पहले श्रम मंत्री थे!केरल ओर कर्नाटक में वो गवर्नर थे!राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने 1967 से उपराष्ट्रपति के तौर पे काम किया था!भारत के इतिहासमें एक मात्र निर्दलीय चुनेगये राष्ट्रपति वी.वी. गिरी का नाम वरहगिरी वेंकट गिरी था!1894 के दिन जोगियाह पंतुल के घर पैदा हुए!उनके पिताजी वी.वी.जोगियाह पंतुल ओडिसा के ख्यातनाम वकील थे!
अभी तो नए राष्ट्रपति आये हैं!में उन्हें समग्र भारत वर्ष की ओर से शुभकामना देता हूं!
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