हमारी खुशी

कई बार ऐसा होता हैं!
हम अपने जीवन से संतुष्ठ नहीं होते!विश्वमें कई लोग ऐसे हैं जो आपके जैसी जिंदगी जीना चाहते हैं!एक किसान का बच्चा आसमान में उड़ते विमान को देख के उसमे बैठनेके या उड़ानेका ख्वाब देखता हैं!उसी वख्त विमान चालक उपर से कई सारे घर या गाँव देखकर उसे घर की याद सताती हैं!यही सच्चाई हैं!यही जीवन हैं!
अगर पेसो से आदमी खुश होता तो अमीर लोग रोड पे डांस करते!अक्सर ऐसा गरीब एवं मध्यमवर्ग ही करता हैं!अगर सत्ता से सबकुछ हैं तो सत्ताधारी सिक्यॉरिटी को सिक्योरिटी क्यो !?जो सच्चाई से जीते हैं वो ही खुश हैं!अगर सुंदरता ओर प्रसिद्धि ही संतुष्टि वाला जीवन हैं तो सभी फिल्मस्टार की शादीशुदा जिंदगी सफल होनी चाहिए!
एक छोटीसी कहानी हैं!
एक युवक था!ट्रेन में मुसाफिर था!वो बेरोजगार था!उसने देखा तो उसकी बाई ओर जो महाशय बैठे थे उनके पैरों में महंगे शूज थे!युवान दुखी हुआ!उसने मनहिमन अपने आ आपको कोसा!अपनी गरीबीको कोसा!जब स्टेशन आया तो उसकी दाई ओर जो महाशय बेठेथे वो उतरने लगे!युवान ने देखा तो उनका एक पैर नहीं था!
क्यो हम अपने आपको कोसते हैं!जो हमारा नहीं हैं,वो हमारा था ही नहीं!अगर कल हो भी गया तो क्या हुआ!अगर नहिभी हुआ तो क्या!हमें अपने बुतेपर आगे बढ़ना हैं!आप भी ऐसी बाते सोचके दुखी न हो!मुजे कोई सहकार नहीं मिलता!सिर्फ एक ही जगह से सहकार मिलता हैं,वो है आपका फ़ेवरीट व्यक्ति!जो आप खुद हैं!आप से अजीज आपका ओर कोई नहीं हो सकता!दुसरो की जिंदगी क्यो देखे,चलो अपने रास्ते बनाते हैं!

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