याद रखना...

हम आज जो हैं!
आज हमारे साथ जो भी कुछ हो रहा हैं!देखिए अगर बुरा होगा तो हमारी गलती!अगर अच्छा हुआ तो हमेशा वो किसी के सहयोग से हुआ होगा!
अगर कोई ऐसा हैं जिसे हम आज सहयोग नहीं दे सकते या किसी कारण वश सहयोग नहीं कर रहे हैं!में कहूंगा कि कोई समस्या निहि हैं! जिसने आप को सिखाया हैं उसे याद करके उस काम को आगे बढ़ा सकते हैं!
कोई कहता हैं कि कोई अपना निहि हैं!मगर में कहूंगा कि क्या आप किसी के संपूर्ण होबपाये हैं!हमारे साथ सिर्फ बदनाम होने के लिए अगर कोई जुड़ा हैं तो उसका तो नाम होना ही चाहिए!हमे ऐ ,नहीं भूलना हैं कि हम मदद करेंगे तो कोई आगे आएगा!कैसे विकास होगा!कैसे विश्व शांति होगी!कैसे विश्व सत्ता बनेंगे!
अगर मुझे आम आदमी पार्टी पसंद नही हैं तो इसका मतलब ये नहीं की में मतदान करने ही न जानेकी गोशना करूँ!कोई सहयोग करता हैं तब ये नहीं सोचता के मेरी इस हेल्प की किम्मत क्या है?!यहाँ में दो शब्दों के माद्यम से मेरी बात रखूंगा!
मूल्य और किम्मत...!
देखिर,
गांधी के मूल्य हैं! गांधी विचार के मूल्य हैं! एक बेईमान अधिकारी या नेता की कोई एक किम्मत हैं!हमे किसीभी समय सहयोग करने वाला भले शार्ट वे में अपनी किम्मत तय करें!हमे उन्हें मूल्यवान मानना चाहिए!जो कोई अपने पुराने दिन देखेगा तो समाज,परिवार और मित्रोमें से कई लोग आपको आपके ऊपर निर्भर दिखेंगे!कहते हैं,माँ बाप ने कितना किया।आज लड़का उन्हें घर में नहीँ रखता!क्या ऐसे माता पिता जो वृद्धाश्रम में रहते हैं उनके बच्चजे उन्हें भूल गए!जिस ने उन्हें मदद की उसे उनकी संतान भूली!हम कहेंगे, 'देखो,पढ़े पर लिखे नहीं!'जीवन में  कभीभी सहयोग करने वाले कोई व्यक्ति को भूलेंगे तो मातपिता को छोड़ने वाले पुत्र और  हमारे में क्या फर्क होगा!जो सच्चा हैं उसे आप भूल निहि सकोंगे!

सोचिए
क्या आपको सहयोग करने वाली वो व्यक्ति न होती तो?

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