विश्व योग दिवस आज क्यों?




21 जून पूरे कैलेंडर वर्ष का सबसे लम्बा दिन है। साल का यह 172 क्रम वाला दिन हैं!लिपयर होता तो 173 वां दिन होता!
आज के ही दिन 1947 के दिन लार्ड माउंट बेटन ने इस्तीफा दिया और राष्ट्रपति के हाथों भारत को गवर्नर जनरल के पद से इस्तीफा दिया था!विश्वमें FARMAT को साबित करने वाले गणित शास्त्री एंड्र ने अपने दावे को आज के दिन साबित किया था!

आज सबसे लंबा दिन हैं!क्योंकि सूर्य और उसका तेज इस दिन सबसे अधिक प्रभावी रहता है।और इसी लिए इस दिन को योग दिवस के लिए पसंद किया होगा!

बेंगलुरू में 2011 में पहली बार दुनिया के अग्रणी योग गुरुओं ने मिलकर इस दिन 'विश्व योग दिवस' मनाने पर सहमति जताई थी।

इस दिन को किसी व्यक्ति विशेष को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि प्रकृति को ध्यान में रखकर चुना गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के लिए पिछले सात सालों के दौरान यह इस तरह का दूसरा सम्मान है। इससे पहले यूपीए सरकार की पहल पर वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र ने
महात्मा गाँधी के जन्मदिन यानि ' 2 अक्टूबर' को ' अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस ' के तौर पर घोषित किया था।

प्राचीन आध्यात्मिक पद्धति
योग 5,000 साल पुरानी भारतीय शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक पद्धति है, जिसका लक्ष्य मानव शरीर और मस्तिष्क में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।
समारोह

भारत में 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस'* बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा, जिसकी तैयारियाँ बड़े जोर-शोर से भारत सरकार कर रही है। योग दिवस का मुख्य समारोह दिल्ली के राजपथ पर होगा, जिसमें स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री राजपथ पर 16000 लोगों के साथ योग करेंगे। 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' समारोह का गणतंत्र दिवस समारोह जैसा कवरेज दूरदर्शन द्वारा किया जायेगा। इसका सीधा प्रसारण किया जायेगा। प्रसारण अंतरराष्ट्रीय मानक का हो यह सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक उपकरण का इस्तेमाल किया जायेगा। 

राजनीतिक लोगों के अतिरिक्त योगगुरु बाबा रामदेव और हिन्दी फ़िल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन भी इस समारोह भी शामिल होंगे। *संयुक्त राष्ट्र में भी योग दिवस मनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ चल रही हैं।* पहले 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के उपलक्ष्य में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करेंगी।

योग शिविर

'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' पर भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी योग शिविर लगाए जाएंगे। इसके लिए अलग-अलग देशों में योग गुरुओं को भेजा जाएगा। इसी समय देश के अलग-अलग हिस्सों में भी करोड़ों लोग योग शिविर में हिस्सा लेंगे। यह आंकड़ा 'गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में भी दर्ज हो सकता है। ऐसा पहला बार होगा, जब एक ही दिन और एक ही समय इतनी बड़ी तादाद में लोग योग शिविरों में हिस्सा लेंगे।

Comments

Popular posts from this blog

ગમતી નિશાળ:અનોખી શાળા.

ન્યાયાધીશ અને માસ્તર

અશ્વત્થામા અને સંજય જોષી