भोजन के साथ का जन जीवन...

मेरे कई दोस्त मुझे कहते हैं! 
आप दिन में एक बार क्यों खाते हो!

मेने कहा में दिन में एक बार खाके जिन्दा रह सकता हूँ!
ऐ सारी बात करने के लिए में आपको एक प्रसंग कहूँगा!
ऐसा क्यों हैं!मेने ऐसा क्यों सोचा हैं! ऐसी बात को मेने क्यों अमली बनाया हैं!
महिंद्रा एंड महिंद्रा!

कोटक महिंद्रा के चेरमेन माधु कोटक!
एक बार मेरे महेमान थे!वो अपने परिवार के साथ मेरे घर आये थे! 
उस समय में और मेरे दोस्त जयेश पटेल एक एनजीओ के साथ काम करते थे!
डांग...नवसारी और वलसाड डिस्ट्रिक के अंतरियाल गाँव में हम काम कर रहे थे!

ट्रायबल बेल्ट के कुछ ऐसे गाँव में हम काम करते थे!उसके लिए जो काम करवा रहे थे वो स्व.डॉ.प्रवीन महेता!जो की भारत सरकार के हेल्थ विभाग के सलाहकार हैं!वो विश्व के प्रसिध्ध गायनेक डोक्टर थे!उनकी धर्मपत्नी डॉ.कौमिदिनी बच्चो की किडनी की सर्जन हैं!उनके परिवार में माधु कोटक समधी हैं! हमारे डांग,वलसाड और नवसारी के प्रोजेक्ट में वो फंडिग कर रहे थे!काम के चलते वो गुजरात में थे!हम भोजन के लिए बेठे थे!उन्हों ने  दो रोटी,थोड़े चावल और सबजी ली!

मेने कहा,आप इतना ही खाते हैं!?उन्हों ने कहा,'हां...में इतना खाने से जी सकता हूँ!'
उनको हमने खाने के बाद ठंडा पानी दिया!उन्होंने कहा 'ये पानी मटके का हो तो मुझे मत दो...मुझे मटके का पानी  चाहिए!हमने उन्हें पानी मटके का दिया!मेने फिर से पूछा!आप फ्रीज का पानी नहीं पीते?उन्हों ने कहा!ठंडा पानी करने के लिए जो उर्जा खर्च होती हैं! वो में खर्च करना नहीं चाहता!में यहाँ एक बात कहूँगा की बस...उस दिन से मेने तय किया की आज से में भी एक बार कहने से जिन्दा रह सकता हूँ!और आज से 15 साल पहलें से शुरू हुई ये बात आज 15 साल ख़तम कर रही हैं!

ताबा से लेके आज तक मेने एक ही बार खाना किया हैं! आज माधु कोटक को मिले मुझे भी सात साल हो चुके हैं! मुझे मालुम नहीं हैं की अब हम कब मिलेंगे!हां...ये तय हैं की में आज भी दिन में एक बार खाऊंगा!श्री माधु कोटक ने बताया की में मेरा एक बार का खाना किसी को खिला देता हूँ!एक व्यक्ति कुछ खा  लेता हैं! एक व्यक्ति एक दिन या चार दिन तक मेरे खाने से जिन्दा रह सकता हैं! 

आज भी में कभी भी कही भी खता हूँ!अगर वो बाख जाता हैं  तो में उसे किसी भूखे को दे देता हूँ!आप भी ऐसी बाते aपाने जीवन में अमल करें! आप माधु कोटक या मुझे नहीं!आप अपने आपको देखे!क्या आप भूखे होते तो आप को नींद आती?मुझे भूके नींद नहीं आती!नहीं आती!तो क्या हम किसी को अच्छी नींद नहीं दे सकतें?आप भी ऐसी पहल करें!

Comments

GANESH M RATHOD said…
श्रेष्ठ विचार।

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