क्या खेले...कैसे खेले...
हम जब छोटे थे तब ऐसा नहीं था!जब हम छोटे थे तब वैसा था!आज कल हमारे ज़माने जैसे लोग नहीं हैं!हम जब खेलते थे तब पुरे महोल्लेमे मालूम पड़ता था!
इन बतोको आज के डोर में लिखते हैं!
आज के बच्चे जब छोटे ही हैं तो....
ऐसा नहीं था!
आज भी वैसा हैं!
आज कल्भी लोग वैसे ही हैं!
आज जब बच्चे टेलीविजन देखते हैं तो पूरा महोल्ला उसके बारेमें जनता हैं!आज बच्चे खेलते नहीं इस लिए टेलीविजन देखते हैं या टेलीविजन देखते हैं इस लिए नहीं खेलते हैं?ये एक चर्चा का विषय हैं!मगर में ऐ कहूँगा की ऐसे खेल खेलने तो सबको पसंद हैं!सवाल ये बनता हैं की कोई ऐसी गेम खेलने वालोको इकठ्ठा नहीं कर सकता!अगर उसे दुसरे तरीके से कहा जाएतो ऐ बात सही हैं की ऐसे गेम जो बच्चो की रूचि बाधा सके ऐसी गेम कोण जनता हैं!पहलेके समय में मनोरंजन के ऐसे साधन नहीं थे!आज अगर हम अच्छे गेम खिलने के बारेमे नहीं जानते तो बच्चे क्यों रूचि रखें?
बस इसी बजहसे हमने एक काम शुरू किया हैं!आप कोईभी गेम खेलते हो!उसके बारेमे जानते हो तो हमें इसका विवरण भेजे!आप हमें मेल कर सकते हैं!आप हमें वोट्स एप भी कर सकते हैं!अच्छा ऐ रहेगा की आप हमें हस्त लिखित देने के बजाय,किसीभी तरीके से और भाषामें टाइप करके भेजें!आशा रखता हूँ आप को ऐ विचार [असंद आया होगा!आप भी इसमें सहयोग देंगें!
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