अब में स्कुल जाऊँगा...

आज के दिन अगर सबसे बड़ा कोई सवाल हैं तो वो हैं शिक्षा से जुडी हुई बातोंका।जो भी हो चाहे अनपढ़ या शिक्षित।शिक्षामे क्या करना चाहिए उसके बारेमे वो अपनी जानकारी देते रहते हैं।

शिक्षासे जुड़े कुछ लोग सरकारी हैं या सरकार से लाभ प्राप्त करते हैं।ऐसे लोग जो सदैव शिक्षाके लिए अपने कार्य या अधिकार क्षेत्र के बाहर की भी बात करते हैं उन्हें ऐ कार्टून अर्पित करता हूँ।शिक्षामे तकनिक आवश्यक हैंअगर देखा जाए तो आजके दिनमे टेक्नोलोजो के अलावा शिक्षा संभव नही।मगर कुछ लोग जो जॉय फूल लर्निंगको कुछ और समझते हैं।ऐसे अनूठे शिक्षा सुधारको के लिए।

ऐ बात मेरी समाज से परे हैं की स्कुल बेगका वजन कम करने से ही जॉय फूल लर्निग अमली होगा?अगर ऐसा हैं तो ये कार्टून ठीक ऐसी सोच वाले कार्टून्स के लिए हैं की वो सिर्फ स्कुल बेगको हटानेसे ही मान ते हैं की बच्चे जॉय फूल लर्निग में आ गए हैं!

में यहाँ ऐ बात बताना चाहता हु की मेरी दो लड़किया हैं!एक दसवी कक्षामे पद्धति हैं!दूसरी वाली जो है वो कक्षा छ में पढ़ती हैं!मेने मेरी बड़ी बेटी को प्री स्कुल में दाखिल करवाया था!आज अगर जो मूल्याकन सिस्टम हैं उसमे वो बी ग्रेड की विद्यार्थिनी मणि जाती हैं!जो मेरी छोटी बेटी हैं उसको मैंने सीधे कक्षा चार में प्रवेश दिलवाया था!आज छोटी बेठी हैं वो ऐ प्लस ग्रेड में हैं!यहाँ मेरा कहनेका मतलब आप जो भी निकलना चाहे आप निकल सकते हैं!आशा रखता हूँ की आप आपके विचार मुझे भेजेंगे!

धन्यवाद....

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